5 Simple Techniques For hanuman chalisa
5 Simple Techniques For hanuman chalisa
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The festive working day is noticed with devotees gathering at Hanuman temples just before sunrise, and day long spiritual recitations and Tale reading with regard to the victory of good around evil.[eight]
भावार्थ – भगवान् श्री रामचन्द्र जी के द्वार के रखवाले (द्वारपाल) आप ही हैं। आपकी आज्ञा के बिना उनके दरबार में किसी का प्रवेश नहीं हो सकता (अर्थात् भगवान् राम की कृपा और भक्ति प्राप्त करने के लिये आपकी कृपा बहुत आवश्यक है) ।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥२९॥ साधु सन्त के तुम रखवारे ।
भावार्थ – हे महाप्रभु हनुमान जी! संसार के जितने भी कठिन कार्य हैं वे सब आपकी कृपामात्र से सरल हो जाते हैं।
व्याख्या – रोग के नाश के लिये बहुत से साधन एवं औषधियाँ हैं। यहाँ रोग का मुख्य तात्पर्य भवरोग से तथा पीड़ा का तीनों तापों (दैहिक, दैविक, भौतिक) से है जिसका शमन श्री हनुमान जी के स्मरण मात्र से होता है। श्री हनुमान जी के स्मरण से निरोगता तथा निर्द्वन्द्वता प्राप्त होती है।
गोस्वामी तुलसीदास की श्री हनुमान जी से भेंट: सत्य कथा
व्याख्या– ‘पिताँ दीन्ह मोहि कानन राजू‘ के अनुसार श्री रामचन्द्र जी वन के राजा हैं और मुनिवेश में हैं। वन में श्री हनुमान जी ही राम के निकटतम अनुचर हैं। इस कारण समस्त कार्यों को सुन्दर ढंग से सम्पादन करने का श्रेय उन्हीं को है।
hotaHotaHave / possessing naNaWithout āgyāĀgyāAuthorization binuBinuNobody paisārePaisāreEnter / come in Which means: You tend to be the gate keeper/guardian of Lord Rama’s doorway/court. Without having your permission nobody can enter Rama’s abode.
[21] A person interpretation of "Hanuman" is "a single aquiring a disfigured jaw". This Edition is supported by a Puranic legend whereby infant Hanuman mistakes the Sunshine for a fruit, heroically makes an attempt to succeed in it, and is also wounded during the jaw for his attempt by Indra the King of Gods.[21]
A while right after this function, Hanuman begins more info using his supernatural powers on harmless bystanders as easy pranks, right until sooner or later he pranks a meditating sage.
You flew in direction of the Solar who is Countless many years of Yojanas absent, thinking of him like a sweet fruit.
. A lot of folk tales acclaim the virtues and supernatural powers of Hanuman. Recitation or chanting from the Hanuman Chalisa is a common spiritual exercise amid individuals all around India.
यहाँ हनुमान जी के स्वरूप की तुलना सागर से की गयी। सागर की दो विशेषताएँ हैं – एक तो सागर से भण्डार का तात्पर्य है और दूसरा सभी वस्तुओं की उसमें परिसमाप्ति होती है। श्री हनुमन्तलाल जी भी ज्ञान के भण्डार हैं और इनमें समस्त गुण समाहित हैं। किसी विशिष्ट व्यक्ति का ही जय–जयकार किया जाता है। श्री हनुमान जी ज्ञानियों में अग्रगण्य, सकल गुणों के निधान तथा तीनों लोकों को प्रकाशित करने वाले हैं, अतः यहाँ उनका जय–जयकार किया गया है।
भावार्थ – आप अपने स्वामी श्री रामचन्द्र जी की मुद्रिका [अँगूठी] को मुख में रखकर [सौ योजन विस्तृत] महासमुद्र को लाँघ गये थे। [आपकी अपार महिमा को देखते हुए] इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है।